शिमला में स्थित पांच भवन जो पाश्चात्य वास्तुकला के नमूने है

शिमला में 50 से अधिक शानदार भवन है जो कि औपनिवेशिक वास्तुशिल्प के सुंदर उदाहरण है इनमें से पांच प्रमुख भवन है।वाइस रीगल लॉज, गेटी थिएटर ,क्राइस्ट चर्च, कैथोलिक चर्च और रेलवे बोर्ड भवन है।

वाइसरीगल लॉज-

वॉइस रिकॉर्डर लॉज में आजकल उच्च अध्ययन संस्थान चल रहा है 1884 से 1818 के बीच लार्ड एल्गिन और लार्ड डफरिन पर आए थे यहां भवन बेटर हाफ तथा ऑब्जर्वेटरी   पहाड़ी पर बना है। शिमला में पहले वायसराय पीटरहॉफ में रहते थे आजकल पंच सितारा होटल है। वह भवन 1981 में जल गया था यह वाइस रीगल लॉज 331 एकड़ क्षेत्र में फैला है इसमें ऑब्जर्वेटरी बैंटिक हॉल और पीटर हॉफ दिल का कुछ हिस्सा शामिल है।

गेटी थिएटर-

महारानी विक्टोरिया के जुबली वर्ष 1887 में गेटी थिएटर का निर्माण करवाया गया इस 5 मंजिला थिएटर की रूपरेखा वास्तुकार हीरोइन ने तैयार की थी 2009 में इसको नया स्वरूप दिया गया मुख्य प्रेक्षागृह के चारो और दर्शन दीर्घा मैं कैबिनेट बने है जहां प्रमुख लोग बैठते हैं पूरे हॉल में पेपर मेसी से सुंदर नक्काशी हुई है विक्टोरियन थिएटर की याद दिलाता है प्राचीन काल में इसे गर्म रखने के लिए गर्म पानी की नालियों का जाल बिछाया गया था शिमला शहर से भी पहले इस में बिजली की व्यवस्था की गई थी।

रेलवे बोर्ड बिल्डिंग-

ढलवा लोहे की जंजीरों के शिल्प में विशाल गार्डरो पर बना रही हो भवन अग्नि से सुरक्षित है सीढ़ियां भी लोहे की बनी है।

क्राइस्ट चर्च-

माल रोड पर स्थित क्राइस्ट चर्च शिमला की पहचान बन गई है इसका निर्माण 1840 में पूरा हुआ बेल्जियन ग्लास पर अंकित क्राइस्ट की लीलाओं वाली त्रिकोणी खिड़कियों के रंग बिरंगे कहां धूप में चमक उठते हैं छत पर गोलाकार डायल लगी है यह भवन  एलिजाबेथन शैली में बना है।

कैथोलिक चर्च-

शिमला की माल रोड से नीचे उतर घर के निकट गाते की शैली में निर्मित योग भवन घडे हुए पत्थरों से बना है पत्थर हल्के नीले है।


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